आयें, इस बार होली पर
कुछ मीठा हो-- जाय
अहम अहन्कार का विष-फल
प्यार मनुहारों की चाशनी में
होली की गुझियों सा
मेल-मिलाप बन पग जाय
आयें, इस बार होली पर
कुछ मीठा हो---जाय
लिपे-पुते आंगन के, चूल्हे पर
मां की ममता के हाथों से
अन्नपूर्ना सी सिकीं रोटियां
हक के तुकडों में बंट जायें
आयें, इस बार होली पर
कुछ मीठा हो जाय
खनक-चूडियां भाभी की
कभी आंगन, कभी चौबारे से
बन सावन के फ़ाग गीत
मधुर-मन्जरी बन, कानों तक,आ जायें
आये,इस बार होली पर
कुछ मीठा हो जाय
बूढी अम्मा के दो उठे हाथ
सालों के झूठे सपनों को भी
सच आज का सा, होने का
अटल विश्यास दिला जाय
आयें, इस बार होली पर
कुछ मीठा हो जाय
बैठक में बैठे बाबा की
समय परख नज़रों से
खोटे सिक्के परिवारों के
सोने से असली हो जायें
आयें,इस बार होली पर
कुछ मीठा हो जाय
नित्य धधकते ,शोले शिकवों के
त्योहारों के अट्ठास बन जायें
दम्भ- शीश अग्यानों के
शील-सुलह के कन्धों पर, झुकी डाल से झुक जायें
आयें, इस बार होली पर
कुछ मीठा हो जाय
कुछ मीठा हो-- जाय
अहम अहन्कार का विष-फल
प्यार मनुहारों की चाशनी में
होली की गुझियों सा
मेल-मिलाप बन पग जाय
आयें, इस बार होली पर
कुछ मीठा हो---जाय
लिपे-पुते आंगन के, चूल्हे पर
मां की ममता के हाथों से
अन्नपूर्ना सी सिकीं रोटियां
हक के तुकडों में बंट जायें
आयें, इस बार होली पर
कुछ मीठा हो जाय
खनक-चूडियां भाभी की
कभी आंगन, कभी चौबारे से
बन सावन के फ़ाग गीत
मधुर-मन्जरी बन, कानों तक,आ जायें
आये,इस बार होली पर
कुछ मीठा हो जाय
बूढी अम्मा के दो उठे हाथ
सालों के झूठे सपनों को भी
सच आज का सा, होने का
अटल विश्यास दिला जाय
आयें, इस बार होली पर
कुछ मीठा हो जाय
बैठक में बैठे बाबा की
समय परख नज़रों से
खोटे सिक्के परिवारों के
सोने से असली हो जायें
आयें,इस बार होली पर
कुछ मीठा हो जाय
नित्य धधकते ,शोले शिकवों के
त्योहारों के अट्ठास बन जायें
दम्भ- शीश अग्यानों के
शील-सुलह के कन्धों पर, झुकी डाल से झुक जायें
आयें, इस बार होली पर
कुछ मीठा हो जाय
इतना होने पर तो मिठास ही मिठास घुल जायेगी।
ReplyDeleteमिठास से भरी रचना ...
ReplyDeleteवाह...क्या बात कही दी आपने...यही तो होना चाहिए...त्यौहार का मतलब ही क्या जो इसे इस भाव से न मनाया जाय...
ReplyDeleteमुग्धकारी अतिसुन्दर रचना...
bahut sundar mithas me pagi rachnaa ... aapki yah rachnaa kal charchamanch par hogi ..आप चर्चामंच और अमृतरस ब्लॉग में आ कर अपने विचारों से अनुग्रहित कीजियेगा ..
ReplyDeletehttp://amritras.blogspot.com
http://charchamanch.blogspot.com
होली के अवसर पर सुमधुर कामना
ReplyDeleteहोली मुबारक...देर से ही सही.
ReplyDeleteहोली मुबारक...देर से
ReplyDeleteमुझे आपका ब्लोग बहुत अच्छा लगा ! आप बहुत ही सुन्दर लिखते है ! मेरे ब्लोग मे आपका स्वागत है !
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