हमारी भी संवेदनायें आपके माध्यम से।
भाव पूर्ण रचना,
बहुत ही संवेदनशील लिखा है ... जाने वाले तो हमेशा दर्द दे कर जाते हैं ... साथ में सहने का संबल भी ....
रंगों की चलाई है हमने पिचकारी रहे ने कोई झोली खालीहमने हर झोली रंगने की आज है कसम खाली होली की रंग भरी शुभकामनाएँ
हमारी भी संवेदनायें आपके माध्यम से।
ReplyDeleteभाव पूर्ण रचना,
ReplyDeleteबहुत ही संवेदनशील लिखा है ...
ReplyDeleteजाने वाले तो हमेशा दर्द दे कर जाते हैं ... साथ में सहने का संबल भी ....
रंगों की चलाई है हमने पिचकारी
ReplyDeleteरहे ने कोई झोली खाली
हमने हर झोली रंगने की
आज है कसम खाली
होली की रंग भरी शुभकामनाएँ