Wednesday, 13 June 2012

स्वप्न मेरे................: खत ...

स्वप्न मेरे................: खत

’पर कमबख्त तेरे ये खत
खत्म होने का नाम नहीं लेते’
कुछ यादें चलती हैं ,उम्र तलक, बहुत. सुंदर.
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6 comments:

  1. bahut sundar
    khat ke bahane yade ya
    yadon ke bahne khat..

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  2. यादें सुख भी देती हैं तो गम भी ... पर अगर सुख देने वाली यादें ही साथ रहें तो जीवन आसान हो जाता है ... पर कभी कभी संभव नहीं होता ऐसा हो पाना ...
    आपका आभार इस रचना को ब्लॉग पे स्थान देने का ...

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