’टाइम्स ओफ इन्डिआ’ के ’सीक्रेड स्पेस’ कालम में प्रकाशित
स्वामी चिनमय द्वारा उवाचित वचनों से प्रभावित होकर---
( दिनांक- २७.८.२०१२ )
१. आपके पास दो विकल्प हैं—
अ. चालाकी
ब.बुद्धिमतता
आप किसे चुनेंगे?
२. आपके पास दो लक्ष्य हैं—
अ. दूसरों को बदलने का
ब.स्वंयम को बदलने का
आप किसे चुनेंगे?
३. आपके पास दो विकल्प हैं—
अ. जैसे आए,वैसे ही चले जाना
ब.जो पास है,वह देकर जाना
आप किसे चुनेंगे?
४.आपके पास दो लक्ष्य हैं—
अ.खुशबू को,
दुर्गंध बनाना
ब.दुर्गंध को,
खुशबू बनाना
आप किसे चुनेंगे?
५.आपके पास दो विकल्प हैं—
अ.सौ साल जीने
का
ब.भरपूर जीने
का
आप किसे चुनेंगे?
६.आपके पास दो लक्ष्य हैं—
अ.निर्मित करने का
ब.विद्ध्वंश करने का
आप किसे चुनेंगे?
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बहुत खूब ... विकल्प तो सभी अचा ही चाहते हाँ सब पर पालन करना संभव नहीं हो पाता हमेशा ... ऐसे में इमानदारी से की गयी कोशिश भी बहुत है ...
ReplyDeleteदो विकल्पों में एक सत्य और दूसरी आशा।
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