मन के - मनके
Wednesday, 29 June 2011
बजूद
›
आज हमारे परिवार की बुजुर्ग महिला का देहान्त हो गया अपने समय में , समस्त परिवार को उनका सहयोग प्राप्त था वे बहुतही व्यवह...
3 comments:
Tuesday, 28 June 2011
वज़ूद_____
›
वज़ूद-----
›
Monday, 27 June 2011
नील गगन में,नीलाम्बर से----
›
नील गगन में, नीलाम्बर से, चहु ओर दिशा में, खिल जाओ, उस पार तुम्हें मैं देख सकूं, ...
3 comments:
Sunday, 12 June 2011
मेरे शहर के खन्ढ्हर-----
›
आज़, मेरे शहर की हर सडक पर मुझको बुलाते है,खन्ढ्हर जैसे कहना चाहते हों ...
5 comments:
Saturday, 11 June 2011
क्या फ़र्क पडता है---
›
क्या फ़र्क पडता है, तुम वहां पहुंचे हम, रह गए यहां कुछ देर बाद, ...
6 comments:
मेरे शहर के खंडहर
›
आज , मेरे शहर की हर सडक पर मुझको बुलाते हैं , खन्डहर जैसे कहना चाहते हों , ...
9 comments:
‹
›
Home
View web version